कविता भावनाओं को व्यक्त करने का एक जादुई तरीका है, और शायरी इसमें सबसे आगे है। Intezaar Shayari ऐसी ही एक खास शैली है, जो इंतजार से जुड़े भावों को खूबसूरती से बयां करती है। चाहें वो किसी अपने के लौटने का इंतजार हो, किसी सपने के पूरा होने की उम्मीद हो, या मुश्किल समय में उम्मीद का दामन थामे रहना—यह शायरी हर किसी के दिल को छू जाती है।
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Shayari on Intezaar
इंतजार अपने आप में एक खास एहसास है, जो कभी मीठा तो कभी दर्द भरा होता है। ये शायरी इंतजार की उन भावनाओं को बयां करती है, जो किसी अपने का बेसब्री से इंतजार करने पर होती हैं। इसमें प्यार, उम्मीद, और गहरी भावनाएं झलकती हैं।
फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह
देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया
किन लफ़्ज़ों में लिखूं मैं अपने इन्तज़ार को तुम्हें
बेज़ुबां है इश्क़ मेरा ढूंढता है ख़ामोशी से तुझे
संभव ना हो तो साफ मना कर दें पर किसी
को अपने लिए इंतजार ना करवाएं
तुम से मिलना तो एक ख्वाब सा लगता है
मैने तुम्हारे इंतजार से मोहब्बत की है
एक मुलाकात की आस में मैं ज़िंदगी गुजार लूंगा
तुम हां तो कहो तुम्हारे लिए उम्र भर इंतज़ार करूंगा
कुछ रोज़ ये भी रंग रहा तेरे इंतज़ार का
आँख उठ गई जिधर बस उधर देखते रहे
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे
कब आ रहे हो मुलाकात के लिये
हमने चाँद रोका है एक रात के लिये
ये कह-कह के हम दिल को समझा रहे हैं
वो अब चल चुके हैं वो अब आ रहे हैं
तुम आए हो न शब ए इंतजार गुजरी है
तलाश में है सहर बार बार गुजरी है
2 Line Intezaar Shayari
इंतजार के इस खूबसूरत एहसास को सिर्फ दो लाइनों में बयां करने का अंदाज, दिल को छू जाता है। ये शायरी कम शब्दों में भी इंतजार का गहरा असर दिखाती है, जो सामने वाले के दिल तक पहुंचता है।
भूली बिखरी सभी यादें जला जाऊंगा
थोड़ा दर्द कम होने दो मैं चला जाऊंगा..!!!
प्रेम का चक्रव्यू तोड़ना संभव नहीं
इसमें फसने वाला हर शख्स अभिमन्यु है..!!!
सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है
उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफान आया है..!!!
धज्जियां उड़ती देखी है अपनी ख्वाइशों की
यूंही नही सीखा तसल्ली रखना हमने…!!!
इंसान का अगर मन बेचैन हो
तो फिर उसको अपने घर में भी सुकून नहीं मिलता..!!!
याद आएगी हर रोज तेरी मगर तुझे आवाज ना देंगे
लिखेंगे हर शायरी तेरे लिए पर तेरा नाम ना लेंगे…!
रोज रोज जलते है फिर भी खाक ना हुए
अजीब ख्वाब है बूझकर भी कभी राख ना हुए…!!!
कभी कभी खुदको मेरी नजर से देखना
आंख भर आएंगी दिल जलेगा मगर तू देखना..!!!
तुझे भूल पाना मुमकिन ही नही है
तेरा इश्क वो शौक है जो इंतजार पर खतम होगा..!!!
तेरे लहजे से क्यू लगा मुझे
तू मेरे रूठने से राजी है…!!!
Intezaar Foji Shayari
फौजी का इंतजार उनके परिवार और प्यार करने वालों के लिए एक खास अनुभव होता है। ये शायरी उन जज्बातों को बयां करती है, जब दिल अपने फौजी का बेसब्री से लौटने का इंतजार करता है। इसमें गर्व और प्यार का अनोखा संगम है।
जब फौजी देश के लिए सीमा पर बदलते हैं तापती धूप में
घर के अंदर सदा जलती है उनकी आशा की दीप में।
उन्हें देखने की राह पर दिन-रात रहते हैं खड़े
फौजी के आने की खबर सुनाने के लिए दिल तरसते हैं बार-बार।
देश की सुरक्षा को लेकर जब उड़ते हैं परिंदे
फौजी के घर के छत पर बैठे हुए रहते हैं वीर मौनता से बंदे।
जब जाते हैं सीमा की ओर धरती के धड़कनों को संभालने
उनके घर की चाहत का आभास होता है खिड़की से बाहर निहालने।
फौजी आने की घड़ी बिताते हैं अपने परिवार के लिए
घर वालों की आँखों में छलकते हैं गर्व के सीने से उठे लिए।
देश की सीमा पर जब खड़े होते हैं वीर फौजी
उनका घर तारों से सजता है नजरों से सौभाग्य की लूटी।
जब वीर फौजी अपनी मर्यादा का रखते हैं ध्यान
उनके घर के दरवाज़े पर बजता है वीरता का ताल गर्व की संगान।
जब ख़तरे की घड़ी में चले जाते हैं सरहद पर फौजी
उनकी चिंगारी बहार निकलती है घर के परिंदों के पेंछे।
जब सीमा पर उठता है दुश्मनों का शोर-शराबा
उनके घर बसती है आशा की झिलमिलाहट के द्वार पर।
फौजी की छवि घर में रंगी हुई होती है तालों से
उनकी वीरता का एहसास कराते हैं शहर के ढलते ढलते प्यालों से।
Emotional Intezaar Shayari
इंतजार के पल कभी-कभी दिल को भारी कर देते हैं। ये इमोशनल शायरी उस दर्द और तड़प को बयां करती है, जो अपने प्रिय के इंतजार में दिल में होती है। इन शायरियों में दिल का दर्द और उम्मीद का मेल झलकता है।
मरे हुए लोग ही नही साहब
कभी-कभी जिंदा लोग भी वापस नहीं आते
अब और कितना इंतज़ार कराओगी ऐ ज़िंदगी
मिलो और बातें चार कर कुछ मुद्दे ही सुलझा लो..!!
एक तरफ है खामोशी, एक तरफ इंतज़ार है
फिर भी ये मोहब्बत अपने आप में ही कमाल है।
हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन
उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर!
बस यूँ ही उम्मीद दिलाते हैं ज़माने वाले
लौट के कब आते हैं छोड़ कर जाने वाले!
जिस की आँखों में कटी थीं सदियाँ
उस ने सदियों की इंतज़ार दिया है
अगर आप अपने प्रेम जीवन में खुश रहना चाहते हैं
तो आपको इंतज़ार करना सीखना होगा!
इंतज़ार कब तलक करेगी ए रूह
चाँद में उलझे लोग तारों की बात नहीं किया करते!
नम आँखों में तेरा इंतज़ार लिए बैठा हूँ
कुछ खास नहीं बस इश़्क का इज़हार लिए बैठा हूँ!
इंतज़ार भी उसका जिसे आना नहीं है
रात गुजारने का और कोई बहाना भी नही है!
Love/Mohabbat Intezaar Shayari
मोहब्बत में इंतजार का अपना ही मजा है, लेकिन उसमें जो तड़प होती है, वो भी अनमोल है। ये शायरी उस प्यारे इंतजार को बयां करती है, जो सच्ची मोहब्बत करने वालों के दिलों में होता है। इसमें प्यार का जुनून और इंतजार की लहरें महसूस होती हैं।
मैंने उसको इतना देखा जितना देखा जा सकता था
लेकिन फिर भी दो आँखों से कितना देखा जा सकता था
उम्मीद भी बड़े कमाल की चीज़ होती है
सब्र गिरवी रख इंतज़ार थमा देती है
चले भी आओ तसव्वर में मेहरबां बनकर
आज इंतज़ार तेरा दिल को हद से ज्यादा है
यूं पलकें बिछाकर तुम्हारा इंतजार करते है
तेरे लौटने की दुआ रोज हम रब से करते है
तेरे प्यार ने मुझे उम्र भर के दर्द दिए हैं
तेरी बेवफाई ने इस दिल को टूटे ख्वाब दिए हैं
जो तेरे साथ रहते हुए सोगवार हो
लानत हो ऐसे शख़्स पे और बेशुमार हो
अगर मुझे समझना चाहते हो
तो पहले मुझे अपना समझो..!!!
तुम्हें हुस्न पर दस्तरस है मोहब्बत वोहब्बत बड़ा जानते हो
तो फिर ये बताओ कि तुम उसकी आंखों के बारे में क्या जानते हो
उठ उठ के किसी का इंतज़ार करके देखना
कभी तुम भी किसी से प्यार करके देखना
दो तरह के आशिक होते है एक हासिल
करने वाले और दूसरे इंतज़ार करने वाले।
Tera Intezaar Shayari
“तेरा इंतजार” कहने से ही एक गहरी मोहब्बत का एहसास होता है। ये शायरी उसी खास इंतजार की कहानी कहती है, जब दिल बस उसी एक खास इंसान की राह देखता है। इसमें प्यार, तड़प, और उम्मीद की मिठास झलकती है।
रात भर जागते रहने का सिला है शायद
तेरी तस्वीर सी महताब में आ जाती है
थोडा इंतजार तो कर लेते वक्त
ही तोखराब था दिल थोडी था
कोई तन्हा भी इतना है जमाने की भीड़ में
अपने दहलीज पर अपना इंतजार करता है
बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं
लगेगा लगने लगा है मगर लगेगा नहीं
क़दर नहीं होती जब मिल जाता है सब आसानी से
बहुत जरूरी है ज़िंदगी में इंतिज़ार होना
लूटे मज़े उसी ने तेरे इंतज़ार के
जो हद-ए-इंतज़ार से आगे निकल गया
पलकों पर रूका है समन्दर खुमार का
कितना अजब नशा है तेरे इंतजार का
मेरी इक उमर कट गई है तेरे इंतज़ार में
ऐसे भी हैं कि कट न सकी जिनसे एक रात
तुम्हारी यादों पर इख़्तियार हो नही सकता
लौट आओ की अब इंतज़ार हो नही सकता
तूने मुझे छोड़ा सच्चे प्यार की तलाश में मैं आज भी
वही खड़ा हूं तुझसे मिलने की आस में
निष्कर्ष
इंतजार शायरी सिर्फ एक शायरी का प्रकार नहीं है, बल्कि यह एक भावना है। यह हमें इंतजार के उस पल की सुंदरता को देखने का मौका देती है, जो कभी-कभी दर्दभरा तो कभी-कभी प्रेरणादायक हो सकता है। अगर आप शायरी के दीवाने हैं या अभी इसे समझने की शुरुआत कर रहे हैं, तो इंतजार शायरी का अनुभव जरूर लें।
इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें और इस खूबसूरत शायरी से उन्हें भी जोड़ें!
इंतजार शायरी से जुड़े कुछ सामान्य सवाल (FAQ’s)
इंतजार शायरी क्या है?
इंतजार शायरी वह शायरी है, जो इंतजार के अनुभव को बयान करती है। यह केवल समय बिताने की बात नहीं है, बल्कि उस दौरान महसूस की जाने वाली भावनाओं—उम्मीद, खुशी, दुख और बेचैनी—को व्यक्त करती है।
यह शायरी हर किसी से जुड़ाव महसूस कराती है क्योंकि हर इंसान ने कभी न कभी इंतजार किया है। इसके जरिए जीवन के उस पल को खूबसूरती से शब्दों में पिरोया जाता है।
इंतजार शायरी दूसरी शायरी से अलग कैसे है?
जहां दूसरी शायरी प्रेम, प्रकृति या सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित होती है, वहीं इंतजार शायरी इंसानी अनुभव के एक खास पहलू—इंतजार—पर ध्यान देती है।
इंतजार शायरी समय के साथ कैसे बदली है?
पारंपरिक उर्दू और फ़ारसी शैली में जमी यह शायरी अब आधुनिक विषयों को भी समेटने लगी है। आज की शायरी में पुरानी मिठास के साथ-साथ आज के दौर की भावनाएं भी झलकती हैं।