बारिश… वो मौसम जो हर किसी के दिल में कुछ एहसास जगा जाता है। कभी खुशी, कभी तन्हाई, कभी मोहब्बत की मीठी यादें और कभी भीगी सड़कों पर अकेले चलने का सुख। इसी एहसास को शब्दों में पिरोने का नाम है Barish Shayari। हिंदी शायरी में बारिश हमेशा से एक खास जगह रखती है। अगर आप भी दिल को छू जाने वाली, रोमांटिक या उदास बारिश शायरी की तलाश कर रहे हैं, तो यह जगह आपके लिए है।
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Barish Shayari
बारिश सिर्फ मौसम नहीं, जज़्बातों की जुबां है। भीगे लम्हे, सुकून भरी बूंदें और दिल को छू जाने वाले एहसास। यहाँ मिलेंगी बारिश शायरी, जो उन भीगे लम्हों को अल्फ़ाज़ देगी। हर शेर में होगा सुकून, यादें और भीगते दिल का असरदार एहसास।

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था..!!
सुनी निगाहों में जब तुम समाए हो तो
मौसम का हसीन होना लाज़मी है..!!
बारिश की तरह आती है तुम्हारी याद
जो मेरे दिल को छू कर दुखा देती हैं..!
पहले बारिश होती थी तो तुम याद आते थे
अब तुम याद आते हो तो बारिश होती है!
मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ
मेरे रूह को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ!
खुद को इतना भी ना बचाया करो
बारिशे हुआ करे तो भीग जाया करो!
कोई इस तरह भी वाकिफ हो मेरी जिंदगी से
की मैं बारिश में भी रोऊँ और वो मेरे आँसूं पढ़ ले!
तमाम रात नहाया था शहर बारिश में
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे !!
कभी बेपनाह बरस पडी कभी गुम सी है
यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है !!
उस ने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नहीं
भीगने वालों को कल क्या क्या परेशानी हुई !!
Barish Shayari Love/Romantic
बारिश और मोहब्बत का रिश्ता बेहद हसीन होता है। यहाँ पाएं लव और रोमांटिक बारिश शायरी, जो इश्क़ की भीगी यादों और दिल को छूने वाले लम्हों को बयां करेंगी। हर शायरी में होगी मोहब्बत की भीनी-भीनी खुशबू और बारिश की मिठास।

यह हुस्न ए मौसम ये बारिश ये हवाएं
लगता है मोहोब्बत ने आज किसी का साथ दिया है!
अकेले हो तुम और ये बारिश
ऐसा लगता है खुदा हमें मिलाना चाहता है…!
चाहा था कि भीगें तेरी बारिश में हम मगर
अपने ही सुलगते हुए ख्वाबों में जले हैं!
तुम मेरे पास रहो न
इस बारिश के बंद होने तक…!
भला काग़ज़ की इतनी कश्तियाँ हम क्यों बनाते हैं
न वो गलियाँ कहीं हैं अब न वो बारिश का पानी है!
ये बारिश का मौसम और तुम
ऐसा लगता है के किस्मत मेहरबान है हमपर…!
बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने
किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है!
सीने में समुन्दर के लावे सा सुलगता हूँ
मैं तेरी इनायत की बारिश को तरसता हूँ!
ये बारिश तो बस एक बहाना है
खुदा को तुम्हे मुझसे मिलना है…!
मासूम मोहब्बत का बस इतना फसाना है
कागज़ की हवेली है बारिश का ज़माना है!
Barish Shayari 2 Line
कम लफ़्ज़ों में भीगते जज़्बातों को बयां करने का अपना अंदाज़ है। यहाँ मिलेंगी 2 लाइन बारिश शायरी, जो सीधे दिल तक पहुँचे। हर लाइन में होगी भीगी यादों की कसक और बारिश में भीगते दिल का सच्चा एहसास। पढ़िए और बस महसूस कीजिए।

बारिश और मोहब्बत दोनों ही यादगार होते है
बारिश में जिस्म भीगता है और मोहबत में आंखे..!!
बूंदें कह रही हैं कुछ राज़ पुराने
बारिश में भीगे हैं जज़्बात हमारे।
मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ
मेरे रू को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ !!
कोई तो बारिश ऐसी हो जो तेरे साथ बरसे
तन्हा तो मेरी आंख हर रोज बरसाती हैं।
वो जब भीगते बालों से मुस्कराती है
बारिश भी उसके आगे फीकी सी लगती है।
जब लुत्फ़ का मंजर देखता रहता हूँ बारिश में
बदन जलता है और मैं भीगता रहता हूँ बारिश में।
सुहाने मौसम में दिल कहीं भटक जाता है
उस गली में ही फिर से दिल अटक जाता है !!
कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए
आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है।
गुजारिश करता हूं कि उससे अकेले में मुलाकात हो
ख्वाहिश ए दिल है जब भी हो बरसात हो।
सहमी हुई है झोपड़ी बारिश की ख़ौफ़ से
महलों की आरज़ू है की बरसात तेज़ हो !!
Sad Barsaat Shayari
कभी बारिश में भीगते हुए दिल भी भीग जाते हैं। यहाँ मिलेंगी सैड बारिश शायरी, जो जुदाई, तन्हाई और अधूरी मोहब्बत की दास्तान कहेंगी। हर शेर में होगा भीगा हुआ दर्द और दिल में उतरती उदासी। पढ़िए और दिल हल्का कर लीजिए।

किया न करो मुझसे इश्क़ की बातें
बिन बारिश के ही भीग जाती हैं रातें !!
दिल की धरती बंजर है जाने कब से
जाने क्यूँ बरसात अधूरी होती है !!
सावन के महीने में भीगे थे हम साथ में
अब बिन मौसम भीग रहे है तेरी याद में !!
टूट पड़ती थीं घटाएँ जिनकी आँखें देख कर
वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए !!
कभी थी तू इस बारिश की वजह
आज भीग रहे हैं तेरे बिन सदा
तेरे बिना ये भीगे मौसम अधूरे हैं
जैसे तन्हा लम्हे और टूटी दुआ।
मतलबी होना तो इंसान की
फितरत है साहब
बारिश रुक जाने के बाद तो इंसान
को छाता भी बोझ लगने लगता है।
आँसू और बारिश में फर्क ही क्या है
दोनों ही चुपचाप बह जाते हैं
एक अंदर की पीड़ा को धोता है
दूसरा बाहर की तन्हाई को कह जाता है।
बारिश की हर बूँद मुझे तुझसे जोड़ती है
तेरी यादें फिर से दिल में चुभती हैं
तू होता तो शायद ये मौसम भी हँसता
अब तो बस उदासी सी लगती है।
भीगते रहे हम अकेले इस बारिश में
तेरी कमी हर बूँद में महसूस हुई
तू जो था तो हर मौसम हँसता था
अब तो हर रिमझिम रुला जाती है।
बरसात आई मगर तू नहीं आया
हर बूँद ने तुझसे सवाल किया
जिन गलियों में तेरा नाम था
वहीं तन्हाई ने मुझे हाल किया।
Pehli Barish Shayari
पहली बारिश का एहसास कुछ अलग ही होता है। यहाँ मिलेंगी पहली बारिश शायरी, जो उन पहले भीगे लम्हों, पहली मोहब्बत और पहली भीगी दुआ को अल्फ़ाज़ देंगी। हर पंक्ति में होगा ताज़गी, मासूमियत और भीगी यादों का हसीन अंदाज़।

याद आई वो पहली बारिश
जब तुझे एक नज़र देखा था !
तन्हा हैं सफ़र में हम खोने से नहीं डरते
जो भीगे हुए हैं वो बारिश से नहीं डरते !!
हम जागते रहे दुनिया सोती रही
इक बारिश ही थी जो मेरे साथ रोती रही !!
बारिश की राहों में हर क़दम पे छुपी है
मेरी मोहब्बत जो हर बूंद से बहकर आती है।
जब भी होगी पहली बारिश तुमको सामने पाएँगे
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पाएँगे !
पहली बारिश का नशा ही,कुछ अलग होता है
पलको को छूते ही सीधा दिल पे असर होता है !!
हर दफ़ा बारिश उसका पैग़ाम लेकर आती है
और मेरे बंजर से दिल को हरा भरा कर जाती है !!
मुझे मार ही ना डाले इन बादलों की साज़िश
ये जब से बरस रहे हैं तुम याद आ रहे हो !!
भीगता हूं मैं बारिश में आँसूओ को छिपाने के खातिर
कहिं तूने देख लिया तो जलजला आ जाएगा..!
अब कोन घटाओ को घुमड़ने से रोक पायेगा
जुल्फ जो खुल गयी तेरी लगता हैं सावन आयेंगा..!
Funny Barish Shayari
बारिश सिर्फ रोमांस और उदासी ही नहीं, हँसी और मज़ाक का भी मौसम है। यहाँ मिलेंगी फनी बारिश शायरी, जो भीगी सड़कें, टूटे छाते और चाय-पकोड़े की मज़ेदार बातें लेकर आएँगी। हर लाइन में होगी मुस्कान और दिल को हँसाने वाली शरारत।

बारिश में इश्क़ करने निकले थे और मच्छरों ने
मोहब्बत की ऐसी-तैसी कर दी! 😂🦟
बारिश में भीग के जो सर्दी आती है
वो दवा नहीं मम्मी की डाँट से ही जाती है! 🧣👩👧
बारिश है या इश्क़ की सज़ा
बाहर निकलो तो भीगते हो
अंदर रहो तो तन्हा!
जो बारिश में भी साथ छोड़ दे
समझो वो दोस्त नहीं… छाता है! 😅
सुनो बारिश में भीगने का शौक़ है तो ठीक है
मगर बाल्टी में नहा कर स्टोरी मत लगाना यार! 😂
ये बारिशें भी धोखा देती हैं कभी भी आती हैं
और सबसे पहले नेट कनेक्शन ले जाती हैं! 😤
उसे सोचा तो आँखों से बारिश हो गई
फिर छत टपकी और असली आफत हो गई! 😅
गर्म चाय की चुस्की और झगड़ालू पड़ोसी
दोनों बारिश में और दिलचस्प लगते हैं! ☕😄
बरसात में जो रोमांटिक दिखते हैं
वही बाद में “सर्दी जुकाम” से कराहते हैं! 🤧❤️
बारिश में भीगने का शौक सिर्फ इश्क वालों को होता है
बाकियों को तो बस कपड़े सुखाने की टेंशन रहती है! 😅👕
Dosti Barish Shayari
दोस्तों के साथ बारिश में भीगने का मज़ा ही कुछ और होता है। यहाँ मिलेंगी दोस्ती बारिश शायरी, जो उन भीगे लम्हों, खट्टी-मीठी बातों और छुपे हुए प्यार को बयां करेंगी। हर शायरी में होगा यारी का रंग और भीगी दोस्ती की खुशबू।

मुझे ऐसा ही ज़िन्दगी का एक पल चाहिए
प्यार से भरी बारिश और संग तू चाहिए।
बारिश की बूँदें और दोस्ती का ये रंग
दोनों मिलकर बनाते हैं दिन को खास और संग।
ये बारिश का मौसम भी फीका सा लगता है
तुम बिन ये सावन भी अधूरा सा लगता है !!
बारिश की इस चुप्पी में तेरे साथ की बात
दोस्त तेरे साथ बिताए लम्हे हैं अनमोल और खास।
साथ तुम होते अगर तो बारिशों में भीगते यानी
हम तुम मौसमों की साजिशों में भीगते !!
पहले बारिश होती थी तो याद आते थे
अब जब याद आते हो बारिश होती है !!
ए बादल इतना बरस की नफ़रतें धुल जायें
इंसानियत तरस गयी है प्यार पाने के लिये !!
भीगते रहे बचपन में साथ
आज भीगते हैं यादों में साथ।
यारी है वो बारिश जो बिना बताये आ जाए
और हर टेंशन को बहा ले जाए।
उस बारिश का मज़ा क्या जिसमें दोस्त न हों
और उस दोस्ती का मज़ा क्या जिसमें बारिश की याद न हो!
📌 FAQ : अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बारिश शायरी क्यों दिल की सबसे कोमल परत को छू लेती है?
हर बार जब आसमां अपनी बाहों में बूंदें भरकर ज़मीं को सींचता है, तो मन के किसी कोने में दबी पुरानी कसक, भूली-बिसरी यादें और अनकहे जज़्बात फिर से ज़िंदा हो उठते हैं। ऐसे लम्हों में Barish Shayari उन भावनाओं का आइना बन जाती है, जिन्हें लफ़्ज़ों में उतार पाना आसान नहीं होता। इस शायरी में भीगी मिट्टी की सौंधी खुशबू, दिल के टूटे तार और पुरानी मोहब्बत की टीस एक साथ सिमट जाती है।
Romantic Barish Shayari कब भेजना सबसे असरदार है?
अगर दिल में किसी के लिए दबी दबी सी मोहब्बत दस्तक दे रही हो, और चाहत का इज़हार अल्फाज़ तलाश रहा हो — तो बारिश का मौसम इस जज़्बात को बयां करने का सबसे रूहानी वक्त है। जब बादल भी इश्क़ में सराबोर हों और हवाओं में उस शख्स की खुशबू तैरती हो, तब Romantic Barish Shayari भेजने का मज़ा ही कुछ और है। ये शायरी उस मौन इकरार की जुबां है, जिसे अल्फाज़ ढूंढना मुश्किल होता है।
पहली बारिश पर शायरी का क्या जादू है?
Pehli Barish Shayari उस पल की कहानी है, जब बरसात की पहली बूंद ज़मीं को छूती है और दिल में बचपन की वो कशिश जाग उठती है। भीगी मिट्टी की महक, छत पर टपकती बूंदें और पुरानी मोहब्बत की धुंधली परछाइयां — सब कुछ एक साथ सामने आ जाता है। ये शायरी उस पहले प्यार, अधूरी ख्वाहिश या भूले लम्हे को फिर से जीने का बहाना है।
Funny Barish Shayari किन्हें भेजना चाहिए?
जब मौसम भी मस्ती में हो और दिल शरारती ख्यालों से भरा हो, तब Funny Barish Shayari अपने जिगरी यार, भाई-बहन या ऑफिस के कलीग्स को भेजनी चाहिए। ये शायरी रिश्तों में हंसी की मिठास और अपनापन घोल देती है। मानसून की असली रंगत तब ही है, जब उसमें चुटीली शायरी की फुहार भी शामिल हो।
Conclusion
बारिश सिर्फ मौसम नहीं, जज्बात है। और Barish Shayari उन्हीं जज्बातों को अल्फाज देती है। चाहे वो रोमांटिक एहसास हो, उदासी की शाम या दोस्तों संग मस्ती।
अगर आप भी इस मानसून में अपने जज़्बात बयान करना चाहते हैं, तो इन शायरी को जरूर शेयर करें।
बारिश आई है, अपने अल्फाज़ भी भीगा लीजिए।