Dhoka Shayari in hindi 🤥 धोखा शायरी

Dhoka Shayari in hindi धोखा शायरी

धोखा एक ऐसा शब्द है जो हर दिल को चीर कर रख देता है। प्यार, दोस्ती या विश्वास, किसी भी रिश्ते में धोखा मिलना बेहद पीड़ादायक हो सकता है। यह दर्द सिर्फ दिल में नहीं रहता, बल्कि भावनाओं में भी उभरता है, और इसी भाव को शब्दों में ढालने का सबसे बेहतर तरीका है Dhoka Shayari

Dhoka Shayari Hindi

जब दिल टूटता है और भरोसा चकनाचूर हो जाता है, तब धोखे का दर्द बयां करना मुश्किल हो जाता है। यह शायरी उन तन्हा पलों को बयां करती है, जब जिंदगी में सबसे करीबी से धोखा मिलता है।

Dhoka Shayari Hindi

प्यार निभाने के लिए मैं हर वक्त झुकता रहा
और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठी।

तुमसे मिली थी मोहब्बत की पहचान
तुमसे ही दिया धोखे का निशान।

दीवानगी का सितम तो देखो कि धोखा
मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको

हारा हुआ सा लगता है वजूद मेरा
हर एक ने लूटा है दिल का वास्ता देकर !

धोखा खाकर भी हम मुस्कुरा रहे हैं
तुमसे मोहब्बत थी इसलिए निभा रहे हैं।

हम दोनों ही धोखा खा गए हमने तुम्हे औरों
से अलग समझा और तुमने हमे औरों जैसा

कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला !

दिल तो रोज़ कहता है मुझे कोई सहारा चाहिए
फ़िर दिमाग़ कहता है क्यों तुम्हें धोखा दोबारा चाहिए !

तेरी बेवफाई का किस्सा अब भी ताज़ा है
दिल का जख्म आज भी गहरा है।

याद है मुझे हमारी प्यार की कहानी
तेरी बेवफाई का दर्द और मेरी आंखों का पानी !

Pyar Me Dhoka Shayari

प्यार में धोखा एक ऐसा घाव होता है, जो समय के साथ भी भरता नहीं। यह शायरी उन बिखरे सपनों और टूटी उम्मीदों की कहानी है, जो धोखे के बाद दिल में हमेशा के लिए बस जाती है।

Pyar Me Dhoka Shayari

वो आफ़ताब लाने का देकर हमें फ़रेब
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया

क्या मिले तुझे मुझसे बेवफाई करके
अच्छे खासे रिश्ते की कबर खोद दी तुमने..!!

सारे राज़ समझो लो लेकिन ख़ुद क्यूँ उन को लब पर लाओ
धोका देने वाला रो दे ऐसी शान से धोका खाओ

तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है !

जिससे सबसे ज़्यादा मोहब्बत की
उसी ने हमें सबसे बड़ा धोखा दिया।

धोखा देने वाले तू एक दिन पछताएगा
जब तुझे भी कोई इसी तरह से रुलायेगा।

नशा शराब का हो या मोहब्बत का
जब यह उतरेगा तो तुम बर्बाद हो चुके होंगे..!!

धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते।

खुले आम दुश्मनी कर लो
मगर दिखावे की दोस्ती ना करो।

ख़ामोशी बेवजह नहीं होती
कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करते है।

Dosti Mein Dhoka Shayari

दोस्ती में धोखा मिलना सबसे बड़ा दर्द होता है, जब हम अपने सच्चे दोस्त से उम्मीद करते हैं और वही हमें ठग देता है। यह शायरी दोस्ती में मिले धोखे की कड़वाहट और विश्वासघात को बयान करती है।

Dosti Mein Dhoka Shayari

दोस्ती का मेरी अच्छा सिला दिया उसने
मुसीबत में मेरी मुझे भुला दिया उसने !

धो लेते हैं घाव को दिल के मैखाने के जाम से
नफरत हो गई है मुझे अब दोस्ती के नाम से !

काम आए ना मुश्किल में कोई यहां
मतलबी दोस्त हैं मतलबी यार हैं !

धोखेबाज दोस्तों की बस एक ही कहानी है
जरूरत पड़ने पर धोखा देना उनकी निशानी है !

अक्सर ऐसा भी मोहब्बत में हुआ करता है
कि समझ-बूझ के खा जाता है धोका कोई

हम को यारों ने याद भी न रखा
जौन’ यारों के यार थे हम तो !

जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ

देखा है जिदंगी में हमने ये आज़मा के
देते है यार धोख़ा दिल के करीब ला के !

इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं
दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं !

Dhoka Sad Shayari Odia

जीवन में जब हमें अपने प्रियजनों से धोखा मिलता है, तो दिल बहुत दर्द करता है। यह ओडिया शायरी उस गहरे दुख और निराशा को प्रकट करती है, जब हम खुद को बहुत अकेला महसूस करते हैं।

Dhoka Sad Shayari Odia

ବିଶ୍ୱସ୍ତତା ନାମରେ କିଏ ମୋତେ ବିଶ୍ୱାସଘାତକତା କଲା?
ମୁଁ କାହାକୁ କହିବି ମୋର ଦୋଷୀ କିଏ?

ତୁମର ପ୍ରେମ ଏବଂ ମୋର ମଧ୍ୟରେ ଏକ ବଡ଼ ପାର୍ଥକ୍ୟ ଥିଲା |
ତୁମେ କେବଳ ଚେଷ୍ଟା କରିଛ, ଆମେ କେବଳ ବିଶ୍ୱାସ କରିଥିଲୁ!

ଅବିଶ୍ୱାସୀମାନଙ୍କ ଖଣ୍ଡା ଦ୍ୱାରା ତୁମେ କରିଥିବା ଆକ୍ରମଣ |
ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକ ମୋ ପ୍ରେମର ଶୋଭାଯାତ୍ରାରୁ ବଞ୍ଚିତ ହେଲା!

ତାଙ୍କ ଉପରେ ମୋର ଗଭୀର ବିଶ୍ୱାସ ଥିଲା |
ସେମାନେ ଆହୁରି ଗଭୀର ବିଶ୍ୱାସଘାତକତା ସହିତ ଚାଲିଗଲେ |

ମଦ୍ୟପାନ ମଦ୍ୟପାନ ହେଉ କି ପ୍ରେମ
ଯେତେବେଳେ ଏହା ଅବତରଣ କରିବ ତୁମେ ନଷ୍ଟ ହୋଇଯିବ .. !!

ଯନ୍ତ୍ରଣାରେ ମଧ୍ୟ ଦୁ sorry ଖ ନ କହିବା ପ୍ରଥା ଅଟେ |
ପ୍ରେମକୁ ଆସ, ତୁମର ଏହି ଅବସ୍ଥା ମଧ୍ୟ ଗ୍ରହଣୀୟ |

ମୋର ପ୍ରେମ କାହାଣୀ ମନେ ଅଛି |
ତୁମର ଅବିଶ୍ୱାସର ଯନ୍ତ୍ରଣା ଏବଂ ମୋ ଆଖିରେ ଲୁହ!

ଜୀବନର ପ୍ରତ୍ୟେକ ପର୍ଯ୍ୟାୟରେ ଠକମାନଙ୍କୁ ଭେଟ |
ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ କମ୍ ଅପରିଚିତ ବ୍ୟକ୍ତି ଏବଂ ଆମର ଅଧିକ ଥିଲେ |

ବୁ understand ୁଥିବା ବ୍ୟକ୍ତିଙ୍କୁ ମୁଁ କେଉଁଠାରୁ ପାଇବି?
ସମସ୍ତେ ବୁ expla ାଇବା ପରେ ଚାଲିଯାଆନ୍ତି |

ଠକମାନେ ସର୍ବଦା ପ୍ରତାରଣା କରନ୍ତି |
ସମସ୍ୟାଟି ଜଟିଳ ହେବାକୁ ଯାଉଛି କି ସମାଧାନ ହେବ |

Love Dhoka Shayari

प्यार में धोखा खा कर भी दिल उस प्यार को भुला नहीं पाता। यह शायरी उन्हीं जख्मों को बयान करती है, जब दिल टूट जाता है और विश्वास का अंत हो जाता है।

Love Dhoka Shayari

तेरे बाद मैंने मोहब्बत को
जब भी लिखा गुनाह लिखा… ।।

दिल टूटा है आज भी पर दर्द नहीं हुआ
क्या करे अब तो धोखा खाना एक आदत सी बन गयी है

वो आफ़ताब लाने का देकर हमें फ़रेब
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया

आज कल मुझसे तुम रूठे रूठे से रहते हो
लगता है मुलाकात किसी और से करते हो … ।।

पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया !

क्या मिले तुझे मुझसे बेवफाई करके
अच्छे खासे रिश्ते की कबर खोद दी तुमने..!!

सारे राज़ समझो लो लेकिन ख़ुद क्यूँ उन को लब पर लाओ
धोका देने वाला रो दे ऐसी शान से धोका खाओ

तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है !

नशा शराब का हो या मोहब्बत का
जब यह उतरेगा तो तुम बर्बाद हो चुके होंगे..!!

मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया
उसने धोखा भी बहुत मजे से दिया !

धीरे से इज़हार फिर प्यार और अब बेवफाई,
बड़ी चालाकी से उस धोखेबाज ने मुझे बर्बाद कर दिया !

हम मोहब्बत करते रहे और वो मजाक
एहसास तब हुआ जब श्मशान में बन गया राख !

तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है !

Boyfriend Dhoka Shayari

जब बॉयफ्रेंड से धोखा मिलता है, तो दिल का टूटना अनिवार्य हो जाता है। यह शायरी उस दर्द और बिखराव को बयां करती है, जो किसी की झूठी मोहब्बत के बाद दिल को महसूस होता है।

Boyfriend Dhoka Shayari

धो लेते हैं घाव को दिल के मैखाने के जाम से
नफरत हो गई है मुझे अब दोस्ती के नाम से !

मेरी जुबां पर हर वक्त सिर्फ दोस्त का ही नाम आया
लेकिन मेरे बुरे वक्त में उस दोस्त ने साथ नहीं निभाया।

धोखा तो मिलना ही था मुझे इस शहर मे
इश्क जो मैने एक बेवफा से किया था !!

तुमने की तो मोहब्बत जो हमने किया उसका क्या
तुमको मिला तो वो धोखा जो हमने खाया उसका क्या !!

बस तुम्हे पाने की तमन्ना नही रही
मोहब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करते है !

समझा लिया फ़रेब से मुझ को तो आप ने
दिल से तो पूछ लीजिए क्यूँ बे-क़रार है

इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं
दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं।

वो आफ़ताब लाने का देकर हमें फ़रेब
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया !!

हमने सच्चाई से प्यार निभाया हर बार
तुमने झूठे वादों से किया हमें बेकार !!

दिन का क्या है दिन तो सबका ही ढलेगा
धोखा देने वाली धोखा तुझे भी मिलेगा !

दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है
धोका खा कर बताना बड़ा मुश्किल है !

Dhoka Dene Wali Shayari

जब कोई अपना जानबूझ कर धोखा देता है, तब दिल पर जो चोट लगती है, वह बयान से परे होती है। यह शायरी उस धोखे की कड़वी सच्चाई और टूटे विश्वास को बयां करती है।

Dhoka Dene Wali Shayari

आगे निकल गए सारे ख्वाब मेरे
मैं वक्त की मार सह कर पीछे रह गया..!!

ठोकरे खाई है अपनो से हमेशा
तुम कोई पहले नही हो

इस दुनिया में अक्सर ऐसा होता है
सच्ची मोहब्बत का तोहफा धोखा होता है।

कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं
ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका

छोड़ तो दिया मुझे पर ये सोचा है कभी तुमने
अब जब भी झूठ बोलोगी तो कसम किसकी खाओगी।

दिल के ज़ख्म भरते-भरते कब वो दिल
ज़ख़्मी कर गए पता ही नहीं चला

किस ने वफा के नाम पे धोखा दिया मुझे
किस से कहूं कि मेरा गुनहगार कौन है।

जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ

दिलों जान से चाहा था उसे लेकिन उसने मेरी
मजबूरी को धोखेबाजी का नाम दे दिया

अक्सर धोखे मिलते है अपनो से
पराये तो अक्सर पराये ही रहते है

Apno Se Dhoka Shayari

अपनों से धोखा मिलना सबसे कष्टदायक होता है। यह शायरी उन लम्हों की आवाज़ है, जब आप किसी अपने पर भरोसा करते हैं और वही आपको धोखा देता है।

Apno Se Dhoka Shayari

जिनकी दुआ किया करते थे रोज हजारों में
वहीं बेचते थे रिश्ते हर रोज बाजारों में !

तू भी सादा है कभी चाल बदलता ही नहीं
हम भी सादा हैं इसी चाल में आ जाते हैं

वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले
पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया

मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था
जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था !

गैरों से हम कब तक शिकायत करें
कोई अपना दगा करे तो क्या करें !!

मेरी जेब में ज़रा सा छेद क्या हो गया
सिक्के से ज़्यादा तो रिश्ते गिर गए !

जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें
उनमें पराये कम अपने ज्यादा मिलें !

जिनकी दुआ किया करते थे रोज हजारों में
वहीं बेचते थे रिश्ते हर रोज बाजारों में !

धोखा देने वाले को क्या सजा दूं
मेरे अपने ही धोखेबाज निकले !!

अर्ज़ किया है मेरी शायरी में अब भी बहुत दर्द की कमी है
शायद फिर से तेरे धोखे का इंतज़ार है मेरे इस दिल को

Dhoka Shayari 2 Lines

धोखे का दर्द अक्सर कम शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता, लेकिन यह शायरी उस खामोशी को भी जज़्बातों में बदल देती है। दो लाइनों में दिल टूटने का पूरा दर्द बयान किया गया है।

Dhoka Shayari 2 Lines

जिन्हें प्यार का भरोसा था मुझसे
उनके ही धोखे ने मुझे तोड़ा है।

धोखा देकर तुमने मेरी रातें सवेरा किया
अब तो हकीकत ने भी ख्वाब दिखा दिया

ज़ख़्म लगा कर उस का भी कुछ हाथ खुला
मैं भी धोका खा कर कुछ चालाक हुआ

जिसे हमने अपना समझा उसने ही धोखा दिया
जिस पर किया भरोसा उसने ही दिल तोड़ दिया।

सब कुछ झूट है लेकिन फिर भी बिल्कुल सच्चा लगता है
जान-बूझ कर धोखा खाना कितना अच्छा लगता है !

दिल के रिश्तों में धोखा नही चलता
प्यार करने वालों का दिल कभी नहीं जलता।

धोखा देने वाले को क्या सजा दूं
मेरे अपने ही धोखेबाज निकले।

चार किताबें पढ़कर यहां कुछ हासिल नहीं हुआ
बिना धोखा खाए इस जहां में कोई काबिल नहीं हुआ !

दिल के अरमान आंसुओं में बह गए
हम वफ़ा करके भी बेवफ़ा बन गए।

किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर फिर भी
ये हुस्न ओ इश्क़ तो धोका है सब मगर फिर भी


निष्कर्ष

धोखा शायरी न केवल दिल के टूटने का दर्द व्यक्त करने का माध्यम है, बल्कि यह एक ऐसी कला है जो शब्दों में वह गहराई भरती है जिसे आम भाषा में व्यक्त करना मुश्किल हो सकता है। चाहे आपने प्यार में धोखा खाया हो, दोस्ती में या किसी और रिश्ते में, धोखा शायरी आपको उस दर्द से उबरने का रास्ता दिखा सकती है। यह शब्दों का जादू है जो हमारे दिल को हल्का करता है और हमें आगे बढ़ने का साहस देता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

धोखा शायरी क्या है?

धोखा शायरी वह शायरी होती है जिसमें इंसान के दिल के टूटने और विश्वासघात के दर्द को शब्दों के जरिए व्यक्त किया जाता है। जब किसी को धोखा मिलता है, तो उसे शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल होता है, और ऐसे में शायरी उस दर्द को महसूस करवाने और दूसरों तक पहुँचाने का सबसे सशक्त माध्यम बन जाता है।

धोखा शायरी कब और क्यों लिखी/कही जाती है?

धोखा शायरी तब लिखी जाती है जब किसी व्यक्ति को भावनात्मक रूप से चोट पहुंचाई जाती है, खासकर प्यार या दोस्ती में। इसे लिखने/कहने का मुख्य उद्देश्य अपने दर्द को व्यक्त करना होता है, ताकि दिल को थोड़ी राहत मिल सके।

क्या धोखा शायरी केवल प्रेम में धोखा खाने वालों के लिए है?

नहीं, धोखा शायरी केवल प्रेम में धोखा खाने वालों के लिए नहीं है। यह हर उस इंसान के लिए है जिसे किसी भी रिश्ते में धोखा मिला हो, चाहे वह दोस्ती हो, पारिवारिक रिश्ते हों या फिर किसी अन्य प्रकार का विश्वासघात।

धोखा शायरी का महत्व क्या है?

धोखा शायरी का महत्व इस बात में है कि यह हमें भावनाओं को शब्दों में ढालने का मौका देती है। यह हमें अपने दर्द को व्यक्त करने और उससे उभरने का मौका देती है। इसके साथ ही, यह दूसरों से भावनात्मक जुड़ाव महसूस करने का एक माध्यम भी बनती है।

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