महाकाल, जिन्हें शिव के नाम से भी जाना जाता है, केवल एक देवता नहीं, बल्कि शक्ति और प्रेम का प्रतीक हैं। महाकाल की भक्ति में डूबी शायरी, शब्दों के माध्यम से उस अलौकिक शक्ति को महसूस करने का तरीका है। चाहे भक्ति का ज्वार हो या जीवन के संघर्षों का सामना करने का साहस, Mahakal Shayari दिलों को छूती है और हमें अपने अंदर की शक्ति को जगाने का संदेश देती है।
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Mahakal Shayari 2 line
छोटी और गहरी, दो लाइनों में महाकाल के प्रति असीम भक्ति को व्यक्त करती ये शायरी दिल को छू लेने वाली है। महाकाल की शक्ति और उनका आशीर्वाद संक्षेप में ही ज़िंदगी की गहराई को छूता है।

मैं तो बस एक हूं फकीर
मेरे महादेव ने बदली मेरी तकदीर !
चिंता नहीं हैंकाल की…
बस कृपा बनी रहे महाकाल की !
चल रही हूँ धूप में तो महाकाल तेरी छाया है
शरण है तेरी सच्ची बाकी तो सब मोह माया है !
महाकाल नाम की चाबी ऐसी जो हर ताले को खोले
काम बनेंगें उसके सारे जो जय श्री महाकाल बोले !
बाबा मेरी दुनिया की बस इतनी सी कहानी है
आपके चरणों में रहना आपकी मेरे ऊपर मेहरबानी है !
ना दौलत चाहिये ना शोहरत चाहिये
मेरी जिंदगी में सिर्फ महाकाल की कृपा चाहिये !
थोड़ा हाथ पकड़ कर साथ दे दो ना बाबा
यहां आपके अलावा कोई नहीं है साथ देने वाला…!!!
महाकाल ब्रह्मांड की सबसे बड़ी शक्ति है
उनके भक्त कमजोर नहीं हो सकते…!!!
माफ करना महाकल
कुछ लोगो को बक्शा नही जाएगा…!!!
आप बस साथ रहना महादेव
रोती आंखो से भी मुस्कुरा लेंगे हम…!!!
Mahakal Attitude Shayari
महाकाल के प्रति अडिग आस्था और आत्मविश्वास को दर्शाती ये शायरी एक अलग ही अंदाज़ में भक्तों के साहस और हिम्मत को उजागर करती है। ये शायरी उन लोगों के लिए है, जो महाकाल की शक्ति में अटूट विश्वास रखते हैं।

यारो फना होने की इजाजत ली नहीं जाती
ये महादेव की मोहब्बत है पूछ के की नहीं जाती..!
जहाँ पर आकर लोगों की नवाबी ख़त्म हो जाती है
बस वहीं से महाकाल के दीवानों की बादशाही शुरू होती है..!
जो समय की चाल हैं अपने भक्तों की ढाल हैं
पल में बदल दे सृष्टि को वो महाकाल हैं।
लोग सारे देवताओं को देव बोलते है
पर मेरे गुरूदेव को महादेव बोलते हैं…
गरज उठे गगन सारा समंदर छोड़े अपना किनारा
हिल जाये जहान सारा जब गूंजे महाकाल का नारा।
यारो फना होने की इजाजत ली नहीं जाती
ये महादेव की मोहब्बत है पूछ के की नहीं जाती !
गांजे मे गंगा बसी चीलम में चार धाम
कंकर मे शंकर बसे और जग में महाकाल।।
ना जीने की ख़ुशी ना मौत का गम
जब तक है दम महादेव के भक्त हम !
लोग सारे देवताओं को देव बोलते है
पर मेरे गुरूदेव को महादेव बोलते है !
वह अकेले ही पुरी दुनिया में मुर्दे कि भस्म से नहाते हैं
ऐसे ही नहीं वो कालो के काल महाकाल कहलाते हैं।
Ujjain Mahakal Shayari
उज्जैन के महाकाल मंदिर की दिव्यता और उसकी भव्यता को समर्पित ये शायरी महाकाल के पवित्र स्थल की महिमा और भक्तों की श्रद्धा का अद्भुत वर्णन करती है।

बहुत मतलबी लोग मिलें है जीवन में
पर मुझे मेरे महाकाल पर विश्वाश है।
बड़ी बरकत है महाकाल तेरी भक्ति में
जब से की है कोई दुःख दर्द ही नहीं होता !!
शुरुआत से समय के अंत तक
एक महाकाल आप ही है जो साथ रहते है…!!
इस मतलबी दुनिया में कौन हमारा है
अब हमें तो बस मेरे महादेव का ही सहारा है !
देख कर भूल जाता हूं सारे दर्द
मेरे महादेव के दर्शन का यही कमाल है।
साज़िश मे शामिल तो सारा जहाँ था
पर मुझे विश्वास मेरे महादेव पर था।
झुकता नही शिव भक्त किसी के आगे
वो काल भी क्या करेगा महाकाल के आगे।
काल का भी उस पर क्या आघात हो
जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो।
तेरी दया से घर मेरा धाम बन गया
मैने जब भी सर झुकाए मेरा काम बन गया…!!!
लोगो से तो मैं सारी तकलीफें छुपाता हूँ
एक महादेव ही हैं जिन्हे सब कुछ बताता हूँ।
Baba Mahakal Shayari
महाकाल बाबा के प्रति असीम श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करती ये शायरी भक्तों के दिलों में बसे महादेव के आशीर्वाद की गहराई को दर्शाती है। इसमें महाकाल की महिमा का गुणगान किया गया है। इसमें भक्तों के दिलों में महादेव के लिए अटूट प्रेम और उनके आशीर्वाद की महिमा का वर्णन है।

बदला है हर शख्स हमसे इस जहान में
इसलिए आ गए हम भोले के दरबार में..!!
महाकाल की शरण में जो भी भक्त आते है
उनके सारे दुख दर्द मिट जाते है !
जिंदगी की एक ही कहानी है
आज नही तो कल महाकाल की भक्ति पानी है !
झुकता नही शिव भक्त किसी के आगे
वो काल भी क्या करेगा महाँकाल के आगे !
जाने कितने लोग मिले इस दुनियां के मेले में
पर तू ही याद आया मुझ अकेले में…!!!
मै भी पागल तु भी पागल पागल ये संसार
दौलत शोहरत झुठी सारी सच्चा महाकाल दरबार !
खुल चुका हैं नेत्र तीसरा शिव शंभू त्रिकाल का
इस कलयुग में वो ही बचेगा जो भक्त हो महाकाल का।
बाबा तेरे पैरों का आसरा ले लिया
अब तो मुझ पर कृपा कर दो !
भागना मत मौत से एक एहसान चढ़ा देगी
जीवन के बाद म्रत्यु तुझे महादेव से मिला देगी ।।
बाबा महाकाल के भक्त है हर हाल में मस्त है
जिंदगी एक धुँआ है इसलिए हम चिलम मैं मस्त है !
Mahakal Shayari Love
महाकाल के प्रति अनंत प्रेम और समर्पण को दर्शाती ये शायरी महादेव के भक्तों के दिलों में उनकी उपस्थिति का बखूबी वर्णन करती है। इसमें महाकाल की प्रेममयी छवि को बयां किया गया है।

क्या खाक मजा है जीने में
जब तक महादेव न बसे सीने में !
महादेव तुझसे इतना प्यार है कि
मेरी खुशियों का हर दिन एक सोमवार है !
भोले की भक्ति में लीन रहता हूं
पीके भांग मैं नींद में रहता हूं !
दो शब्द का मेरा संसार
जय महाकाल जय महाकाल !
दिखावे की मोहब्बत से दूर रहता हूँ मैं
इसलिए महादेव के नशे में चूर रहता हू मैं !
तिलक धारी सब पे भारी
जय श्री महाकाल पहचान हमारी !
कट जाएंगे सारे संकट इनकी शरण में
बैठ कर तो देखो मेरे महाकाल के श्री चरणों में !!
चल रहा हूँ धूप में तो महाकाल तेरी छाया हैं
शरण हैं तेरी सच्ची बाकी तो सब मोह माया हैं !!
बाबा मेरी दुनिया की बस इतनी सी कहानी है
आपके चरणों में रहना आपकी मेरे ऊपर मेहरबानी है !!
मैनें तेरा नाम लेके ही सारे काम किये है महाकाल
और लोग समझते है की बन्दा किस्मत वाला है !!
बाबा महाकाल के भक्त है हर हाल में मस्त है
जिंदगी एक धुँआ है हम चिलम मैं मस्त है !!
मेरी दुनिया हे तुझमे कहीं महाकाल
तेरे बिना तो मैं कुछ भी नहीं महाकाल !!
Jai Mahakal Shayari
‘जय महाकाल’ की गूंज से भरपूर ये शायरी महाकाल के प्रति विजय और आस्था का प्रतीक है। इसमें भक्तों के उत्साह और महाकाल के आशीर्वाद को शक्तिशाली तरीके से व्यक्त किया गया है।

सारा ब्राम्हॉंन्ड झुकता हैं जिसके शरण में
मेरा प्रणाम हैं उन महाकाल के चरण में !
कई देवता है इस दुनिया में सबके रूप सुहाने है
उज्जैन में जो सज के बैठे हम तो उनके दीवाने है !
जब जमाना मुश्किल में डाल देता है
तब मेरा भोला हज़ारों रास्ते निकाल देता है !
करोडो पर भारी एक भस्म धारी
आपके इशारे से चलती ये दुनिया सारी !
चिंता नहीं हैं काल की
बस कृपा बनी रहे मेरे महाकाल की !!
सारा संसार मेरे लिए खिलौना है
महादेव का नाम ही मेरे लिए सोना है !
कर्ता करे न कर सके शिव करे सो होये
तीन लोक नौ खंड में महाकाल से बड़ा ना कोए !!
आँधियो में भी जहाँ जलता हुआ चिराग़ मिल जाएगा
उस चिराग़ से पूछना महाकाल का पता मिल जाएगा !!
ना बादशाह बनना हैं न मशहूर होना हैं
मुझे बस महाकाल तेरे इश्क़ में चूर चूर होना हैं !!
अपनी तो बस इतनी सी कहानी है
बालक हैं हम उसके जिसकी दुनिया दिवानी है !!
Mahakal ki Shayari
महाकाल की अद्भुत महिमा और उनकी अनंत शक्ति को बयां करती ये शायरी दिल को छू लेने वाली है। इसमें महाकाल के प्रति असीम आस्था और भक्ति को भावनात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया है।

जो समय की चाल हैं अपने भक्तों की ढाल हैं
पल में बदल दे सृष्टि को वो महाकाल हैं !!
जो सुकून नहीं पूरे संसार में
वह सुकून है मेरे महाकाल के दरबार में !!
खौफ फैला देना नाम का कोई पुछे तो कह देना
भक्त लौट आया है महाकाल का !!
सब का होगा बेड़ा पार अगर
महाकाल की भक्ति में डूबेगा यह संसार !!
महाकाल शांति में रखना मुझे शोर पसंद नहीं
अपना ही रखना मुझे कोई और पसंद नहीं !!
तेरी दया से घर मेरा धाम बन गया
मैने जब भी सर झुकाए मेरा काम बन गया…!!!
नजर आता है तेरा मंदिर वहीं रुक जाता हूँ
कर लेता हु आंखे बंद वहीं झुक जाता हु…!!!
क्या है काल का जाल
जब साथ दे रहे हो महाकाल..!!!
जो कुछ भी खोया वो मेरी नादानी थी
और जो कुछ भी पाया वो तेरी महारबानी थी..!!!
छोटा सा नाम है मेरे शिव का
अगर जपने लगो तो बड़े बड़े काम हो जाते है..!!!
Mahakal Bhakt Shayari
महाकाल के सच्चे भक्तों के लिए लिखी गई शायरी, जो उनकी श्रद्धा और समर्पण को व्यक्त करती है। इसमें महाकाल के प्रति प्रेम और विश्वास की शक्ति को बखूबी दर्शाया गया है।

सारा संसार झुकता है जिनकी शरण में
मेरा प्रणाम है उस महादेव के चरण में ।
सुगंध आ रही हैं कहीँ से गांजे और भांग की
शायद दरवाजा खुला रह गया हैं ‘मेरे महादेव’ के दरबार का।
भेडिओ की बढी तादाद से ”शेर” डरा नहीं करते
और महादेव” के दिवाने किसी से ड़रा नही करते
दिखावे की मोहब्बत से दूर रहता हूँ
इसलिये मैं महाकाल के नशे में चूर रहता हूँ।
महाकाल के दर पर क्षमा मांगने पर
महादेव कभी नहीं पूछते कि गलती क्यों की थी..!!
जो हमेशा जिक्र महादेव का करते है
फिक्र उनकी सदैव महादेव ही करते है |
कैसे कह दूँ कि मेरी हर दुआ बेअसर हो गई
मैं जब जब भी रोया मेरे भोलेनाथ को खबर हो गई…।।
गरीब को दिया गया दान और जुबान से निकला
महादेव का नाम कभी व्यर्थ नहीं जाता
महादेव मुझे रखना सदा अपने चरणों के पास
आपके सिवा कोई नहीं है मेरे साथ..!!
खुद को अर्पण कर दिया तेरी कश्ती में
मैं मग्न रहता हूं महाकाल की भक्ति में !
Mahakal ki Diwani Shayari
महाकाल के प्रति दीवानगी और प्रेम को दर्शाती ये शायरी, भक्तों के दिलों में बसे महादेव के प्रति उनकी गहरी भावनाओं को उजागर करती है। इसमें महाकाल के प्रति दीवानगी को बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है।

हैसियत मेरी छोटी है पर
मन मेरा शिवाला है
करम तो मैं करता जाऊँ
क्योंकि साथ मेरे डमरूवाला है।
ये केसी घटा छाई हैं
हवा में नई सुर्खी आई है
फ़ैली है जो सुगंध हवा में
जरुर महादेव ने चिलम लगाई है |
ना वो कलम रखते हैं
न वो किताब रखते है
फिर भी मेरे महादेव
पूरी दुनिया का हिसाब रखते हैं |
जिनके रोम रोम में शिव हैं
वही विष पिया करते हैं
जमाना उन्हें क्या जलाएगा
जो श्रृंगार ही अंगार से किया करते हैं ||
शिव की महिमा असीम है
महाकाल की भक्ति अनमोल
उज्जैन के इस पावन स्थान पर
मिलता है हर दिल को हलक से फूल।
कोई कहे शिवशंभू और
शंकर कोई कहे कैलाशपति
कोई कहे भुतनाथ
मैं तो कहूँ सबकी सुनो बाबा भोलेनाथ।
सब्र करना दिल को
थाम लेना तुम
वो सब संभाल लेगा
महादेव का नाम लेना तुम |
रूठी थी किस्मत मेरी भी
अब मेहरबान हो गयी
महादेव का नाम लेने से ही
मेरी पहचान हो गयी !
लकीरों पर न
मुझे मेरी हाथों कीहीं
बल्कि हाथ की लकीरों को बनाने वाले
महादेव पर भरोसा है !!
मन उदास हो तो
एक काम किया करो
भीड़ से हटकर कर
महादेव का नाम लिया करो
निष्कर्ष
महाकाल शायरी सिर्फ शब्दों का संगम नहीं है, यह शिव की महिमा को महसूस करने का एक माध्यम है। यह शायरी हमारे अंदर के अंधकार को दूर कर प्रकाश की ओर ले जाती है। जब भी जीवन में कठिनाई हो, महाकाल की शायरी हमें साहस और प्रेरणा देती है कि हम आगे बढ़ते रहें।
महाकाल की भक्ति में लीन यह शायरी न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है बल्कि जीवन के हर पहलू में सफलता और संतोष पाने का मार्ग दिखाती है।
FAQ’s
महाकाल शायरी क्या है?
महाकाल शायरी शिव भक्ति से जुड़ी उन पंक्तियों का संगम है जो शिव की महानता, उनकी महिमा और उनके भयंकर रूप को बखूबी दर्शाती है। यह शायरी न केवल आध्यात्मिक संतोष प्रदान करती है बल्कि जीवन में आने वाली चुनौतियों से निपटने की प्रेरणा भी देती है।
महाकाल शायरी की विशेषताएँ:
भावनात्मक गहराई: महाकाल शायरी में ऐसी भावनाएँ होती हैं जो मन को भीतर तक छू जाती हैं।
साहस और शक्ति का प्रतीक: शिव के नाम का उच्चारण जीवन के संघर्षों से लड़ने का साहस देता है।
सपनों को पूरा करने की प्रेरणा: महाकाल का आशीर्वाद जीवन में सकारात्मकता और सफलता लाने का प्रतीक है।
महाकाल शायरी में क्या खास होता है?
महाकाल शायरी विशेष रूप से शिव के भयंकर और भव्य रूप को समर्पित होती है। इसमें शक्ति, साहस, प्रेम, और विश्वास की गहराई होती है जो भक्तों को शिव की महानता का आभास कराती है। यह शायरी जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की प्रेरणा भी देती है।
महाकाल शायरी का भक्ति में क्या महत्व है?
महाकाल शायरी शिव की भक्ति का प्रतीक है और यह हमारे अंदर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है। जब हम महाकाल की शायरी पढ़ते या सुनते हैं, तो हमें उनके आशीर्वाद का अनुभव होता है, जिससे हमारे अंदर एक नई ऊर्जा का संचार होता है।

About Author : I’m a passionate freelance writer, editor, and blogger who finds joy in capturing the heart of every celebration – birthdays, anniversaries, or gatherings. I turn special moments into touching stories that people love to read. A devoted shayari lover, I express emotions through soulful poetry and meaningful verses. For me, every event is a story, every feeling a poem, waiting to be written and shared with those who cherish life’s simple, beautiful moments.