Sharab Shayari in hindi​ 🥂 शराब शायरी

Sharab Shayari in hindi​ शराब शायरी

शायरी का जादू इंसान के दिल को छू लेने वाला होता है, और जब इसमें Sharab का रंग घुल जाए, तो इसका असर और भी गहरा हो जाता है। शराब शायरी सिर्फ़ मदहोशी की बात नहीं करती, बल्कि इसमें दर्द, मोहब्बत, विरह और ज़िंदगी के तमाम जज़्बात शामिल होते हैं। ग़ालिब से लेकर जौन एलिया तक, कई शायरों ने Sharabi को अपने लफ्ज़ों में ढालकर बेहतरीन शायरी रची है।

अगर आप भी शराब शायरी के शौक़ीन हैं या अगर आपने अब तक शराब शायरी को गहराई से नहीं पढ़ा, तो यकीन मानिए, आप एक खूबसूरत एहसास से महरूम हैं!

Best Sharabi Shayari

शराबी शायरी दिल की गहराइयों से निकले उन जज़्बातों की तस्वीर होती है, जहाँ मोहब्बत, दर्द और तन्हाई का सुरूर छलकता है। ये अल्फाज़ रूह को छू जाते हैं और मदहोशी में भी सच्चाई बयां कर जाते हैं।

मेरी कबर पे मत गुलाब लेके आना
न ही हाथों में चिराग लेके आना
प्यासा हूँ मैं बरसो से जानम
बोतल शराब की और एक गिलास लेके आना..!

मैं तोड़ लेता अगर वो गुलाब होती
मैं जवाब बनता अगर वो सवाल होती
सब जानते हैं मैं नशा नहीं करता
फिर भी पी लेता अगर वो शराब होती!

ना कभी पीते थे ना कभी पिलाते थे
हम तो बस उनकी नज़रों से नज़र मिलाते थे
ना जाने कैसे हम उनसे आँखें मिला बैठे
जो सिर्फ अपनी निगाहों से पिलाते थे!

रोक दो मेरे जनाज़े को जालिमों
मुझमें जान आ गयी है
पीछे मुड़के देखो कमीनो
दारू की दुकान आ गयी है…

देखूँगा कभी ऐ शऱाब
तुझे अपने लबों से लगाकर
तू मुझमे बसेगी
कि मैं तुझमें बसूँगा।

पीके रात को हम उनको भुलाने लगे
शराब में गम को मिलाने लगे
दारू भी बेवफा निकली यारों
नशे में तो वो और भी याद आने लगे…

आती हैं जब भी हिचकियाँ अब
शराब मैं पी लेता हूँ….
अब तो वो वहम भी छोड़ दिया है
कि कोई मुझे भी याद करता है…..

सब कहते है पीता हूँ
इतना के मर जाऊंगा
न समझ है वो जानते ही नहीं
अगर पीते नहीं तो कब के मर जाते

है ये शराब दर्द की दवा मेरे
इसे पीने में कोई खराबी नहीं
होता है जब दिल में दर्द तो पी लेता हूँ
वैसे हूँ मैं शराबी नहीं |

बर्फ का वो शरीफ टुकड़ा
जाम में क्या गिरा बदनाम हो गया
देता जब तक अपनी गवाही
वो खुद शराब हो गया

Funny Sharab Shayari

शराब और हंसी का संगम, जहां दर्द को भी हल्के में लिया जाता है! ये शायरियां हंसी-ठिठोली में लिपटी होती हैं, जो महफिल में रंग भर देती हैं और शराबी अंदाज़ में ज़िन्दगी का मज़ा लेना सिखाती हैं।

एक शराबी साधू से टकरा गया तो साधू बोला:
अरे मूर्ख मैं तुझे श्राप देता हूं
शराबी: बाबाजी रुको
मुझे गिलास ले आने दो।

एक शराबी दारू पी पी कर मर गया
लेकिन उसकी दारू के प्रति श्रद्धा तो देखो
वो मर के भी यह कह गया
शराब तो ठीक थी! पर मेरा लिवर ही कमज़ोर निकला

बगैर दाँत वाले भी उठा लेते हैं लुत्फ इसका
ये शराब है मेरी जाँ इसे चबाना नहीं पड़ता….

एक शराबी शायरी सुना रहा था…
उनकी गली से गुजरा तो चौबारा नजर आया!
दूसरा शराबी – वाह वाह… वाह वाह…
पहला शराबी – उनकी गली से गुजरा तो चौबारा नजर आया…
उनकी मां ने देखा तो बोली-हाथ पांव तोड़ दूंगी जो यहां दोबारा नजर आया

Sharabi Shayari Attitude

ये शायरियां उन लोगों के लिए हैं जो अपने दर्द को कमजोरी नहीं, बल्कि अपनी शान समझते हैं। शराब(wine) के हर घूंट में उनका जुनून झलकता है और उनकी बातों में बेमिसाल ऐटिट्यूड झलकता है।

जो कहते हैं शराब जिंदगी खराब करती है
उन्होंने हमारी जिंदगी का मजा देखा नहीं।

शराब का नशा पल भर का सही
पर मेरी स्टाइल हमेशा के लिए है।

हवा में भी नशा छा जाता है
जब मैं अपनी महफिल जमाता हूँ।

बोतल खाली तो दिल भी खाली
और बोतल भरी तो जिंदगी भी मस्त।

शराब और इश्क़ दोनों में ही
कड़वाहट और मजा छिपा होता है।

शराबी वो नहीं जो पीता है
शराबी वो है जो पीकर भी जीता है।

हर जाम में एक नया किस्सा मिलता है
इसलिए हम खाली गिलास नहीं रखते।

दूर रहो तो बेहतर है वरना
हमारी बोतल और हमारी बातें दोनों तगड़ी हैं।

नशा तो शब्दों का भी होता है
पर शराबी के लिए बोतल ही किताब होती है।

हौसले मत तोल इन्हें नशे से
हम होश में भी वो काम करते हैं
जो शराबी नहीं कर सकते।

Broken Heart Sharabi Shayari

टूटा दिल और छलकता जाम, जब इश्क़ बेवफाई की आग में जलता है। इन शायरियों में अधूरी मोहब्बत का ग़म और शराब की बेबसी दोनों मिलकर दिल को चीर देने वाली कहानी कहते हैं।

तेरे जाने के बाद जीने की ख्वाइश ना थी
कमबख्त शराब ने हमें मरने से बचा लिया !

मजा तो तब ही आये पीने का यारो
शराब हम पियें और नशा उनको हो जाए !

सोचा था कुछ और लेकिन हुआ कुछ और
इसीलिए ये भुलाने के लिए चले गए शराब की ओर !

परदा तो होश वालों से किया जाता है हुजूर
तुम बेनकाब चले आओ हम तो नशे में हैं !

उन्हीं के हिस्से में आती है ये प्यास अक्सर
जो दूसरों को पिलाकर शराब पीते हैं !

नशा तब दुगना होता है जनाब
जब जाम भी छलके और आंख से आसू भी..!!!

ये तो नहीं कि तुम सा जहान में हसीन नहीं
इस दिल का क्या करूँ ये बहलता कहीं नहीं..!!!

सुना है तुम ले लेते हो हर बात का बदला
आज़माएंगे कभी तेरे लबो को चूम के..!!!

थोड़ी सी पी शराब थोड़ी उछाल दी
कुछ इस तरह से हमने जवानी निकाल दी..!!!

मत कर हंगामा पीकर हमारी गली में
हम तो खुद बदनाम है तेरी मोहब्बत के नशे में..!!!

Sharab Ki/Par Shayari

शराब सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि भावनाओं का एक दरिया है! कभी ये ग़म को बहाने का जरिया बनती है, तो कभी खुशी को और खुशनुमा बना देती है। इस शायरी में शराब के हर पहलू को खूबसूरती से पिरोया गया है।

तन्हाइयों के साए में सीना सीखा गई
जालिम किसी की याद थी पीना सीखा गई..!!!

तुम्हारे साथ जीना चाहते थे
कहा शराब पीना चाहते थे…!!!

ज़िन्दगी ऐसे भी जीनी किसी के बाद आई
ना फिर शराब चढ़ी और ना उसकी याद आई…!!!

ये बात और है के खुल के जी नही सकते
मगर ये किसने कहा है की पी नहीं सकते..!!!

दुनियां में सुखी वही होता है
जो शाम को पेग मार के सोता है..!!!

डूब जाति हैं सब यादें ग्लास में
जब चलते है peg दमादम एक सात में…!!!

पीनी छोड़ तो दूं लेकिन उनका क्या करू
जो दोस्त मेरे मिलते हैं मुझसे पीने के वास्ते..!!!

शराब ही तो पी रहे थे हम
इसलिए खुल्के जी रहे थे हम..!!!

शराब छोड़ कर जाऊं तो किधर जाऊं मैं
तेरे बारे में ना सोचूं तो फिर मर जाऊं मैं..!!!

निगाह से उसकी कभी दूर ना होने की जिद थी
शराब पीके भी रोया मेरी ना सोने की जिद थी..!!!

Sharabi Shayari 2 Lines

कम शब्दों में गहरी बात कहने का हुनर, जहां हर लाइन में शराब और जज़्बात का अनोखा मेल दिखता है। ये दो लाइनों की शायरी दिल के हर दर्द को बेख़ौफ़ बयान कर देती है।

नजर मिला के उनसे बे खबर हो जाने दे
शराब ला मुझे अब दर बदर हो जाने दे..!!!

चुरा रहा है वही मेरे ख्वाब आंखो से
पिला रहा है जो मुझको शराब आंखो से..!!!

होश खोते है और फिर बेहिसाब पीते है
दोस्त आते है तो हम भी शराब पीते है…!!!

दिल की बेताबिया बढ़ाने के लिए आए
वो जब भी आए दिल जलाने के लिए आए…!!!!

अगर मैं पीनी छोड़ दू तो उन्हें दुख होगा
जो लोग रोज मेरा इंतजार करते है…!!!

कोई चेहरा तेरी यादें मिटा नही सकता
अज़ीज़ वो भी है मैं जिसको पा नहीं सकता..!!!

शराब और मेरा कई बार ब्रेकअप हो चुका है
पर कमबख्त हर बार मुझे मना लेती है।

जाम पीने का मजा जिंदगी जीने से जादा हैं
अगर इसे न पिया तो जिंदगी जीने का मजा क्या हैं !

तू डालता जा साकी शराब मेरे प्यालो में
जब तक वो न निकले मेरे ख्यालों से !

कुछ तो शराफत सीख ले ए इश्क शराब से
बोतल पे लिखा तो है मैं जान लेवा हूँ !

Nasha/Jaam Shayari

दारू(Daru) का नशा एक पल का हो सकता है, पर कुछ जज़्बात उम्रभर मदहोश रखते हैं। इस शायरी में शराबी सुरूर और इश्क़ के नशे की गहराइयों को अल्फ़ाज़ में पिरोया गया है।

खो जाता हूँ उनके बातों में
कुछ अलग ही नशा है उनकी मुलाकातों में !!

नशा अगर शराब का हो तो सही है
प्रेम का नशा जिंदगी तबाह कर देता है !!

जो करे तम्बाकू का नशा
उसने की अपने अनमोल जीवन की दुर्दशा !!

मोहब्बत है या नशा था जो भी था कमाल का था
रूह तक उतारते उतारते जिस्म को खोखला कर गया।

उसने हर नशा सामने लाकर रख दिया और कहा
सबसे बुरी लत कौन सी हैं, मैने कहा तेरे प्यार की।

किसी से मोहब्बत की जगह शराब से मोहब्बत कर लो
शराब नशा भी कराती है और धोखा भी नहीं देती।

उम्र का मोड़ चाहे कोई भी हो
बस धड़कनो में नशा जिंदगी जीने का होना चाहिए…!!

अगर सच्ची हो मोहब्बत तो खत्म होना मुश्किल है
नशा कितना भी करलो भूलना नामुकिन है।

एक तेरा ही नशा है जो शिकस्त दे गया मुझे
वर्ना मयखाने भी तौबा करते थे मेरी मयकशी से।

वादा था मुकर गया नशा था उतर गया
दिल था भर गया इंसान था बदल गया।

Ghalib Shayari on Sharab

मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी और शराब का रिश्ता सदियों पुराना है! उनकी शायरियों में शराब सिर्फ एक मय नहीं, बल्कि एक फ़लसफ़ा है जो ज़िन्दगी के दर्द और हकीकत को बयाँ करता है।

जिन्दगी चैन से गुजर जाए
वो अगर जहन से उतर जाए..!!!

तू डालता जा साकी शराब मेरे प्यालों में
वो फिर से आने लगी है मेरे ख्यालों में..!!!

यार की महफिल में हम जाकर उलझ गए
पी लेते तो ईमान जाता ना पीते तो यार जाता…!

होठों पर शायरी और हाथो में जाम है
तुम अपनी फिक्र करो यारो हम तो पहले से बदनाम है..!!!

वैसे तो ग्लास मेरा बहुत छोटा है
पर ना जाने कितनी बोतलों का कातिल है..!!!

किस्मत खराब है हममें खराबी थोड़ी है
पीते हैं उसे भुलाने के लिए शराबी थोड़ी है

होशो हवास में बहको तो कोई बात बने
तो यूं नशे में लुढ़कना तो यार पुराना हुआ..!

नशा तब दोगुना होता है जनाब
जब जाम भी छलके और आँख भी छलके..!

तुम आज शराबी बने हो तो शहर प्यासा है
हमारे दौर में ख़ाली कोई गिलास न था..!

इश्क़ के नशे में ये मुकाम आये
जब भी बात शराबियों की हो
पहले मेरा नाम आये..!

Sharabi Dost Shayari

दोस्ती और शराब का गहरा रिश्ता होता है। ये शायरियां उन यारों के लिए हैं, जो हर घूंट में साथ निभाते हैं और हर दर्द में हंसकर साथ खड़े रहते हैं। सच्चे दोस्तों की महफ़िल शराब के बिना अधूरी है!

जाम तो यू ही बदनाम है यारों
कभी इश्क करके देखो
या तो पीना भूल जाओगे
या फिर पी-पी के जीना भूल जाओगे।

शराबी दोस्त ही अच्छे होते हैं
जो खुशी में भी साथ देते हैं और गम में भी
बस फर्क इतना है
खुशी में पैग बढ़ा देते हैं और गम में पैग मिला देते हैं।

किसी ने पूछा: “शराब छोड़ क्यों नहीं देते?
मैंने कहा: “जिन लोगों ने पीना छोड़ दिया
उनके दोस्त भी छोड़ गए
मैं दोस्तों को खोना नहीं चाहता।

जाम से दोस्ती हो गई है
अब चाहे रात हो या दिन
हम दिल की हर बात कह देते हैं
बस जाम के आगे।

हमारी जिंदगी का मंत्र:
पहले दोस्त फिर जाम
फिर दोस्तों के साथ जाम!

जिस दिन दोस्त न मिले
उस दिन बोतल से बातें कर लेते हैं
क्योंकि बोतल भी कभी नहीं टूटती
बस हम टूट जाते हैं।

किसी ने पूछा: “शराब से क्या मिलता है?
मैंने कहा: “दोस्तों की यादें
और यादों का नशा।

दोस्ती और जाम में खासियत है
दोनों में हमेशा खुशी और राहत है।

जिंदगी में दो चीज़ें कभी नहीं बदलनी चाहिए
एक तो अपने शराबी दोस्त
और दूसरी अपनी पसंद की शराब।

दोस्तों के साथ जाम का जो मजा है
वो दुनिया की हर खुशी से बड़ा है।


Sharab शायरी से जुड़े कुछ दिलचस्प सवाल

शराब शायरी क्या होती है?

शराब शायरी वो शायरी होती है जिसमें शराब को एक रूपक (metaphor) के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। कभी यह बिछड़ने का ग़म बयान करती है, कभी यह ज़िंदगी के दुख-दर्द को बयान करती है, तो कभी यह आशिक़ों की बेबसी का इज़हार बन जाती है।

शराब शायरी का असली मतलब क्या है?

शराब शायरी सिर्फ़ मयखाने की बात नहीं करती, बल्कि इसमें ज़िंदगी की जख्म हक़ीक़तें भी बसी होती हैं। कई बार शायर शराब को एक ऐसी चीज़ के तौर पर दिखाते हैं जो दर्द को भुलाने का ज़रिया बनती है।

क्या शराब शायरी सिर्फ़ शराब पीने वालों के लिए होती है?

बिलकुल नहीं! शराब शायरी का असली मतलब शराब से नहीं, बल्कि उन भावनाओं से है जो इसे व्यक्त करती हैं।

शराब शायरी क्यों इतनी मशहूर है?

1. मोहब्बत और शराब का अनोखा रिश्ता
इश्क़ में दिल टूटना आम बात है, और जब दर्द हद से ज़्यादा बढ़ जाए, तो इंसान शराब को सहारा बना लेता है। शराब और इश्क़ की ये जोड़ी शायरी में अमर हो चुकी है।
2. विरह और तन्हाई की आवाज़
शराब शायरी उन लोगों के लिए भी होती है जो अकेलेपन से जूझ रहे होते हैं। यह उनके दर्द को अल्फ़ाज़ देती है और उन्हें ये महसूस कराती है कि वो अकेले नहीं हैं
3. ज़िंदगी के दर्द को बयान करने का तरीका
कई बार ज़िंदगी इतनी मुश्किल हो जाती है कि इंसान अपने दर्द को बयां नहीं कर पाता। शराब शायरी इन जज़्बातों को आवाज़ देने का काम करती है।

निष्कर्ष: शराब शायरी की गहराई को समझें

शराब शायरी सिर्फ़ नशे की बात नहीं करती, बल्कि यह उन जज़्बातों को ज़ाहिर करती है जिन्हें शब्दों में बयां करना मुश्किल होता है। यह सिर्फ़ मोहब्बत और दर्द की नहीं, बल्कि ज़िंदगी के हर पहलू की कहानी सुनाती है।

अगर आप शराब शायरी के शौक़ीन हैं, तो इसे सिर्फ़ शब्दों की नहीं, बल्कि एहसास की तरह महसूस करें। और अगर आपने अब तक शराब शायरी को गहराई से नहीं पढ़ा, तो यकीन मानिए, आप एक खूबसूरत एहसास से महरूम हैं!

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