क्या कभी आपको किसी अपने ने इग्नोर किया है? यह एक ऐसी छुपी हुई दर्द भरी फीलिंग है, जो दिल को अंदर से छू जाती है। जब हम शब्दों में अपने जज़्बात बयाँ नहीं कर पाते, तब शायरी अपना काम करती है। Ignore Shayari आजकल एक लोकप्रिय तरीका बन गया है, अपने छुपे हुए एहसासों को बयाँ करने का, और यह आसानी से दिल के दर्द को बिना कुछ कहे जाहिर कर देती है।
अगर आप भी अपने दिल के जज़्बात को किसी तक पहुँचाना चाहते हैं, या फिर किसी को एहसास दिलाना चाहते हैं, तो इग्नोर शायरी एक सटीक रास्ता है। चलिए, इस शायरी की दुनिया में कदम रखते हैं और जानते हैं कि यह क्यों लोगों के दिल को छू जाती है।
Table of Contents
Ignore Shayari in Hindi
जब कोई आपको नजरअंदाज करे, तो दिल पर एक गहरी चोट होती है। यह शायरी उन पलों को बयां करती है, जब किसी का नजरअंदाज करना तकलीफदेह होता है। इसमें दर्द और चुप्पी की एक अनकही कहानी छिपी होती है, जो हमें भावनाओं से जोड़ देती है।
नजरअंदाज करने वाले
तेरी कोई ख़ता ही नही
मोहब्बत क्या होती है
शायद तुझको पता ही नही
आपकी चुप्पी ने
बहुत कुछ कह दिया
जो लफ़्ज़ों में नहीं था
वो एहसास जता दिया।
दिल ने चाहा था तुम्हें
तुमने अनदेखा कर दिया
खामोश रहकर तुमने
रिश्ता हमारा तोड़ दिया।
तुम्हारी निगाहों की दूरी
कहानी बयां करती है
कभी जो साथ था हमारा
अब सिर्फ़ खामोशी से गुजरती है।
मैंने लाख पुकारा
तुमने सुनना छोड़ दिया
इश्क़ से भरी ज़िन्दगी में
तुमने मुझको मोड़ दिया।
पर अब समझ आया मुझे
इग्नोर करना तुम्हारी जीत नहीं
मैंने खुद को संभाल लिया
अब तुमसे कोई उम्मीद नहीं।
जड़ा उजड़ा शहर शहर लगता है
हमें तो यह कुदरत का कहर लगता है
इंसान ने की ऐसी भी क्या तरक्की है
कि इंसान को इंसान से ही डर लगता है
जिंदगी कुछ गुमशुदा सी है
लकीरें कुछ खफा सी है
तलाश न जाने कब मुकम्मल होगी यूं
यह चंद सांसे बेवजह सी है
यूं तो कोई तन्हा नहीं होता चाह कर
किसी से कोई जुदा नहीं होता
खुद को मजबूरियां ही ले डूबती है
वरना खुशी से कोई बेवफा नहीं होता
किसी ने मुझसे पूछा कि
तुम्हारा अपना कौन है
मैने हँसते हुए कहा
जो किसी और के लिए
मुझे नज़रअंदाज़ ना करे
Emotional Ignore Shayari
जब हम किसी से गहरे जुड़े होते हैं और वो हमें नजरअंदाज करता है, तो दिल टूट जाता है। यह शायरी उन्हीं भावनाओं की गहराई को छूती है, जहां हम खुद को अकेला और अनदेखा महसूस करते हैं। ये शायरी दिल की अनकही बातें बयां करती है।
जब इकरार ए मोहब्बत आंखो से बयान होता है
तब जुबान बेजुबान और दिल बेकाबू होता है।
खुद को मसरूफ कर लिया है इतना
अब तुम्हारे इग्नोर करने का एहसास नहीं होता।
रेत हो कर भी हमे इश्क हुआ समंदर से
उपर तो सिमटे रहे बस बिखर गए अंदर से।
आदत बदल सी गई है वक्त काटने की अब
हिम्मत ही नहीं होती किसी को अपना दर्द बांटने की
भूली नहीं हूँ तुम्हे और ना कभी भूलूंगी
बस तुमको नज़रंदाज़ कर रही हु बिलकुल तुम्हारी तरह।
चाँद आहें भरेगा फूल दिल थाम लेंगे
हुस्न की बात चली तो सब तेरा नाम लेंगे।
रिश्ता तोड़ना तो नहीं चाहिए लेकिन
जहां कदर ना हो वहां रिश्ता निभाना भी नहीं चाहिए
सुनो बिजी रहो लेकिन
ऐसे इग्नोर तो मत किया करो।
तेरा ख़ुदा समझता है दर्द तेरा
तू ग़ैरों को समझाने में वक़्त जाया न कर।
जिसने सच्चे मोहब्बत को इग्नोर कर दिया
उसने अपने दामन में सिर्फ दर्द भर लिया।
Attitude Ignore Shayari
कभी-कभी इग्नोर करने का अपना एक अंदाज होता है, जिसमें आत्मसम्मान और स्वाभिमान भी छिपा होता है। यह शायरी उस एटीट्यूड को दिखाती है, जब हम किसी को बिना कुछ कहे खुद को दूर कर लेते हैं, और सामने वाले को हमारी अहमियत समझ में आती है।
मुझे कोई क्या Ignore करेगा
मैं खुद ही किसी को मुंह नही लगाती!
एटीट्यूड इस शहजादी का बिंदास है
तेरे जैसे लड़के मेरे घर में बॉडीगार्ड है!
ना देखा करो हमें यूं बार-बार अब
हम भी खामोश हैं अपनी इज्जत के इजहार।
मैं अकेला हूं खुश रहता हूं
क्योंकि किसी से ज्यादा बनती नहीं मेरी
तुम्हारे इग्नोर करने से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता
अपनी दुनिया में खुश हूं मैं।
तुम इग्नोर कर के तो देखो
हम पहचानने से भी इंकार कर देंगे।
तुम ने जितना इग्नोर करना है कर लो
पर एक बात याद रखना मुड़कर याद ही आएगी मैं नहीं।
पहले कोई Ignore करता था तो कोई Hurt होता था
अब तो Ghanta फर्क पड़ता है!
कितनी भी खूबसूरत लड़की सामने हो
फिर भी इग्नोर करने का हुनर है
तुम क्या समझोगी कितनी सिद्दत से मैंने मोहब्बत की
नजरअंदाज करके जिंदगी भर के लिए गम की सजा दी!
Ignore Shayari 2 Lines
दो लाइनों में नजरअंदाज होने का दर्द बयां करना आसान नहीं, मगर यह शायरी उस खामोशी को शब्दों में ढालने का काम करती है। इसमें कम शब्द होते हैं, पर गहरे भाव होते हैं, जो हमें महसूस कराते हैं कि नजरअंदाज होना कितना चुभ सकता है।
हुस्न को हुस्न बनाने में मेरा हाथ भी है
आप मुझ को नज़र-अंदाज़ नहीं कर सकते।
तेरे ख्यालों से दूरी भी तन्हा करती है
तेरे बिना ये जिंदगी अब अधूरी लगती है।
कहा अब वो पहले जैसी यारियां है
सब के सर पर सिर्फ जिमेदारिया है।
दिल में जो बस जाते है
वो नजरअंदाज नहीं किये जाते है।
दिल की हर धड़कन तेरा नाम लेती है
फिर भी तू अनजान बनी रहती है।
इक बार नजरअंदाज करके देखो
दुबारा तुम्हें नजर उठा कर भी नहीं देखेंगे।
तेरे बिना हर एक ख्वाब अधूरा है
तुझसे दूर रहकर दिल मेरा तन्हा है।
ढुढो सुकून तोह ख़ुद में है
दूसरो में सिर्फ उलझन मिलेगी।
पूरी दुनिया को वो नजरअंदाज करता है
इस कदर वो पहले प्यार का आगाज करता है।
मेरी जान नजर अंदाज करने की कोई तो वजह
बता देती तुम अब मैं कहां-कहां खुद की बुराई ढूंढो।
तेरी हर अदा पर प्यार आता है
सिवाय नजरअंदाज करने के।
Bura Lagta Ignore Shayari
जब कोई हमें नजरअंदाज करता है, तो वो पल दिल को बहुत बुरा लगता है। यह शायरी उन्हीं लम्हों को पकड़ती है, जब हम खुद को महत्वहीन महसूस करते हैं। यह शायरी दर्द को एक ऐसी आवाज देती है, जो सीधे दिल तक पहुंचती है।
जो आपकी कमियों पर
ज्यादा गौर करें
जनाब उन्हें थोड़ा
प्यार से इग्नोर करें।
जिंदगी में इग्नोर करने की
सबकी अपनी-अपनी वजह है
उसे बेवफ़ा समझा जाए
इससे बेहतर है उसकी मजबूरी को समझा जाए।
जब से मेरी चाहत मेरा उत्तवालापन
उसे Bore करने लगी है
तब से मेरी चाहत मुझे चाहकर भी
Ignore करने लगी है।
आपसे प्यार करते है
इसलिए आपका ख्याल रखते हैं
वरना मेरी जान इग्नोर करें में
हम PhD की डिग्री रखते हैं।
इग्नोर करके वो
हमारा दिल दुखाते हैं
क्यों नहीं? सामने से
दिल पर खंजर मारते हैं।
आपसे प्यार करते हैं
इसलिए आपका ख्याल रखते हैं
वरना मेरी जान इग्नोर करें में
हम PhD की डिग्री रखते हैं।
अगर तुम्हें मुझसे इश्क़ नहीं
तो बेसक मेरा ये भ्रम तोड़ दो
अगर जरा सी भी मोहब्बत है
तो मुझे इग्नोर करना छोड़ दो।
आज कोई इग्नोर करता है
तो करने दो
बस इतना याद रखो
वक़्त सबका आता है।
आज नजर में रखा
कल नजरअंदाज कर दिया
ऐसा नहीं चलता है यार जब
मन किया तब इस्तेमाल कर लिया।
उसका गुरूर सातवें आसमान पर है
वो इग्नोर करेगा तुझको
पर जब उसका गुरूर टूटे तो
तुम मत उसे इग्नोर करना।
Ignore Karne Wali Shayari
किसी का इग्नोर करना कभी-कभी दिल को अंदर से तोड़ देता है। यह शायरी उन्हीं पलों को बयां करती है, जब हम चाहते हैं कि सामने वाला हमारी भावनाओं को समझे, पर वो हमें बार-बार नजरअंदाज कर जाता है।
उसकी यादें हर पहर नज़र रखने लगी है ऐसे
चांदनी रात में चकोर का संग हो जैसे।
ना तेरे रिप्लाई की ख़ुशी ना तेरे नजरअंदाज का गम
तेरा अहंकार तू ही रख अपनी दुनिया में व्यस्त है हम।
कोशिशे जारी थी नज़रे मिलाने की
और उन्होंने इग्नोर करना बेहतर समझा।
नजरअंदाज कर दिया करों उन्हें
जो सिर्फ दर्द देना जानते हो तुम्हें।
फ़ना तो मैं भी होना चाहती हूँ
पर शायद तुझमें वो जज़्बात नहीं।
खुद को इतना काबिल बना लो कि
कोई नजरअंदाज करने से पहले हजार बार सोचे।
मुझे खौफ कहां मौत का
मैं तो ज़िंदगी से डर गया हूं।
तुम नजरअंदाज करके थक जाओगे
हम नजरों में बसाकर तेरा इन्तजार करेंगे।
नजर भी क्या चीज है जनाब
ढूंढती उन्ही को हैं जो नजरअंदाज करते हैं।
ये मेरा ख्याल गर तेरा हम-ख्याल हो जाएँ
रूबरू तुझसे ये मेरे दिल का हाल हो जाएँ।
Ignore Sad Shayari
उपेक्षा किया जाना सबसे दुखद अनुभवों में से एक होता है। यह शायरी उस उदासी को व्यक्त करती है, जो किसी के नजरअंदाज करने से दिल में गहरी हो जाती है। इसमें छिपा दर्द हमें जीवन के उन सच्चाइयों से रूबरू कराता है, जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।
नज़रों से नज़रें मिली मगर नज़रअंदाज़ कर दिया
मेरे जज़्बात का अफ़साना उसने बस अनसुना कर दिया।
चाहता था जिनकी चाहत में तड़पना
वो समझे नहीं मेरी खामोशियों का अलापना।
जिनके इंतजार में हमने पलके बिछाई
इन्होंने ही हमें इग्नोर किया मेरे भाई।
जब इकरार ए मोहब्बत आंखो से बयान होता है
तब जुबान बेजुबान और दिल बेकाबू होता है।
तुझी से सीखा था जीने का सलीका
वरना लोग तो हमे कब का भुलाये बैठे है।
तन्हाई में अक्सर तेरी मेहफिल सजा करते हैं
तेरी बेरुख़ी से भी दिल को बहला करते हैं।
जिसने सच्चे मोहब्बत को इग्नोर कर दिया
उसने अपने दामन में सिर्फ दर्द भर लिया।
ऐसे मेरे ग़मों में अकेला हूं मैं
वैसे मेरी कहानी में सौ आदमी हैं।
रेत हो कर भी हमे इश्क हुआ समंदर से
उपर तो सिमटे रहे बस बिखर गए अंदर से।
चाँद आहें भरेगा फूल दिल थाम लेंगे
हुस्न की बात चली तो सब तेरा नाम लेंगे।
Ignore Wali Shayari
जब कोई हमें नजरअंदाज करता है, तो दिल में कई सवाल उठते हैं। यह शायरी उन्हीं सवालों और खामोशियों को उजागर करती है, जब हम खुद को महत्वहीन महसूस करते हैं। इसमें छिपे शब्द दिल की उन भावनाओं को बयां करते हैं, जिन्हें हम अक्सर कह नहीं पाते।
देखने के लिए पूरी कायनात भी कम है
चाहने के लिए सिर्फ एक चेहरा भी बहुत है।
दिल ही दिल में आज भी वो मुझे प्यार करता है
गैरों के कहने पर वो मुझे नजरअंदाज करता है।
जिंदगी में अपना एक ऎसा अंदाज़ रखो
जो तुम्हें न समझें उसे नज़र अंदाज रखो।
सच्चे रिश्ते कुछ नहीं मांगते
सिवाय वक्त ओर इज्जत।
सियासत बहुत बुरी चीज है यहां कोई किसी का नही है
बाते सबकी बड़ी-बड़ी है आदमी काम का कोई नही।
सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम
कभी वो भी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते हैं।
मुहब्बत होती तो यूँ नजरें ना फेरते
मेरे दिल की समझते यूं गुस्सा ना करते।
उदासी तुम पे बीतेगी तो तुम भी जान जाओगे
कि कितना दर्द होता है किसी के इग्नोर करने से।
इग्नोर हमे करते हो सही भी है
नज़र से नज़र मिली तो कयामत होगी।
मेरी जान मै ये नही कहता के मुझसे वफा कीजिए
आइए हमसे से दिल लगाइए और तबाह कीजिए।
करे कोई इग्नोर तो करने दो
याद रखना वक्त बदलता जरूर है।
मजबूरी की दीमक लग गयी अब मेरी किताबों में
मेरे हिस्से का इल्म अब यतीम हुआ जा रहा है।
इग्नोर करके वो हमारा दिल दुखाते क्यों नहीं?
सामने से दिल पर खंजर मारते हैं।
चुपचाप चल रहे थे जिंदगी के सफर में
तुम पर नजर पड़ी और गुमराह हो गए।
तकलीफ ये नही की उंन्हे अजीज कोई और है
दर्द तब हुआ जब हम नजरअंदाज किये गये।
तुम्हें टालकर तेरे इश्क को दिल से निकाल कर
हम मुस्कुराते हैं मेरी जाॅं हंसी हवा में उछालकर।
निष्कर्ष
अनदेखा करना शायरी सिर्फ शायरी नहीं है, यह अपने दिल के अनकहे जज़्बातों को व्यक्त करने का एक जरिया है। शायरी के माध्यम से आप अपने दिल के दर्द को बयाँ कर सकते हैं। यह एक सूक्ष्म तरीका है अपने जज़्बातों को बगैर सीधे कुछ कहे सामने लाने का।
FAQ’s
Ignore Shayari क्या होती है?
इग्नोर शायरी एक ऐसी हिंदी कविता है जो किसी के द्वारा इग्नोर किए जाने की फीलिंग को व्यक्त करती है। यह दिल के दर्द को शब्दों के माध्यम से बयाँ करती है।
अनदेखा करना शायरी और अन्य शायरी में क्या अंतर है?
अनदेखा करना शायरी का विषय खास होता है। जहां अन्य शायरी प्रेम या दर्द पर आधारित होती है, वहीं इग्नोर शायरी इग्नोर किए जाने की फीलिंग पर आधारित होती है।
क्या उपेक्षा शायरी सिर्फ रोमांटिक रिश्तों के लिए होती है?
नहीं, उपेक्षा शायरी किसी भी रिश्ते के लिए हो सकती है। यह दोस्ती, परिवार, या कार्यस्थल के रिश्तों में भी उपयोग की जा सकती है जब आपको लगे कि आपको इग्नोर किया जा रहा है।
नज़रअंदाज़ शायरी का क्या महत्व है?
नज़रअंदाज़ शायरी एक ऐसी हिंदी शायरी(कविता) का रूप है जो किसी के द्वारा इग्नोर किए जाने या उपेक्षित होने की फीलिंग को बयाँ करती है। यह जज़्बाती, गहरी, और सीधे दिल को छूने वाली होती है। आज के समय में, सोशल मीडिया पर यह शायरी सबसे ज़्यादा शेयर की जाती है, क्योंकि यह बिना कुछ कहे बहुत कुछ बयाँ कर देती है।
इग्नोर शायरी उन जज़्बातों को आवाज़ देती है जो हम छुपाने की कोशिश करते हैं। यही कारण है कि यह लोकप्रिय होती जा रही है क्योंकि यह एक ऐसे एहसास को बयाँ करती है जिसे हम अपने शब्दों में नहीं कह पाते।